BANDHU TU MERA ( बंधु तू मेरा ) SONG LYRICS - THAPPAD
BHADHU TU MERA |
बंधु तू मेरा ये गाना थप्पड़ का है . बंधु तू मेरा ये गाना राघव चैतन्य ने इसे गाया है . लिरिकस् शकील आज़मी के है . मूजिक कम्पोजर अनुराग सैकिया है . स्टारकास्ट तापसी पण्णू , पवैल गुलाटी है . मूजिक लेबल टि-सिरिज है .
गाना: बंधु तू मेरा
फिल्म: थप्पड़
गायक: राघव चैतन्य
गीतकार: शकील आज़मी
संगीतकार: अनुराग सैकिया
फिल्म: थप्पड़
गायक: राघव चैतन्य
गीतकार: शकील आज़मी
संगीतकार: अनुराग सैकिया
BANDHU TU MERA SONG LYRICS
टूट के हम दोनो में
जो बचा वो कम सा है
एक टुकड़ा धूप का
अंदर अंदर नम सा है
एक धागे में है उलझे यूँ
के बुनते बुनते खुल गए
हम थे लिखे दीवार पे
बारिश हुई और धूल गए
के बुनते बुनते खुल गए
हम थे लिखे दीवार पे
बारिश हुई और धूल गए
टूट के हम दोनो में
जो बचा वो कम सा है
एक टुकड़ा धूप का
अंदर अंदर नम सा है
जो बचा वो कम सा है
एक टुकड़ा धूप का
अंदर अंदर नम सा है
सोचों ज़रा क्या थे हम हाय
क्या से क्या हो गए
हिजर वाली रातों की हाय
कब्रो में सो गए
क्या से क्या हो गए
हिजर वाली रातों की हाय
कब्रो में सो गए
हो तुम हमारे जितने थे
सच कहो क्या उतने थे
हिन्दी ट्रैक्स डॉट इन
जाने दो मत कहो कितने थे
सच कहो क्या उतने थे
हिन्दी ट्रैक्स डॉट इन
जाने दो मत कहो कितने थे
टूट के हम दोनो में
जो बचा वो कम सा है
एक टुकड़ा धूप का
अंदर अंदर नम सा है
जो बचा वो कम सा है
एक टुकड़ा धूप का
अंदर अंदर नम सा है
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